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Showing posts from October 23, 2022

समाजसेवी ज़ीशान खान ने गरीब के जर्जर मकान का कराया ,नव निर्माण

शाहगंज(जौनपुर)। कहते हैं जब सारे दरवाज़े बन्द हो जाते हैं तो ईश्वर कोई न कोई दरवाज़ा खोल देता है।और ज़रिया बनता है इंसान कुछ ऐसा ही मामला जनपद आज़मगढ़ के चनौती देवी के साथ हुआ। चनौती देवी के पति सुभाष की मृत्यु हो चुकी है।वह अपने बेटे रमेश, अनील ,बेटियां अंजली व निशा के साथ ग्राम नैपुरा पोस्ट नसीरुद्दीनपुर तहबरपुर आज़मगढ़ में किसी तरह एक टूटे फूटे जर्जर छप्पर के मकान में रह रही थी।हालात यह थे की बारिश के दिनों में छप्पर से इतने पानी टपकते थे।फर्श पर पानी भर जाता था किसी तरह चनौती देवी अपने बच्चों के साथ रात काटती। यहाँ सवाल यह उठता है एक गाँव मे एक गरीब की ऐसी दुर्दशा और ग्राम प्रधान सहित अन्य जन प्रतिनिधियों की ऐसी उदासीनता जो सारे सिस्टम पर सवाल खड़े करती है। खैर चनौती देवी का दिन ऐसी ही दुर्दशा और संघर्षो से बीतता रहा।और इनकी दुर्दशा की कहानी समाजिक संस्था भारत रक्षा दल के ज़ीशान अहमद खान के पास पहुंची।तो ज़ीशान खान ने तत्काल अपने टीम को उक्त गाँव भेज स्थलीय निरीक्षक करता ततपश्चात उस गरीब के जर्जर छप्पर वाले मकान का नव निर्माण कराया।ज़ीशान खान के द्वारा इस कार्य को पूरे छेत्र में ल

अपना अपराध छिपाने के लिए लगाया जा रहा आरोप थानाध्यक्ष के ऊपर

पुलिस को षड्यंत्र में फसाने की साजिश  सुरेरी,जौनपुर। सुरेरी थाना क्षेत्र के कथित पत्रकारों की धमक। कुछ कथित पत्रकारों ने थाना अध्यक्ष सहित थाने के सिपाहियों के ऊपर और उप निरीक्षको के ऊपर झूठा आरोप लगाना शुरू किया मामला  जगदीशपुर गांव का है जगदीशपुर गांव में बीते कुछ दिन पहले कुछ अवांछित तत्वों द्वारा एक कमजोर परिवार के ऊपर जहां पर केवल एक महिला व एक बच्ची रहती है मां बेटी अकेले दिवाली के दिन सफाई कर रही थी उसी समय अचानक कुछ अवांछित तत्व मां बेटी को भद्दी भद्दी गाली देते हुए उनके साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार करते हुए क्रूरता पूर्वक नजर डालें छेड़छाड़ किए जिससे आघात होकर पीड़ित पक्ष ने थाने जाकर प्रार्थना पत्र दिया प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही होते देख कथित पत्रकारों ने चोरी का खबर चलाने का आरोप लगाते हुए थानाध्यक्ष को गुमराह करने का मुहिम छेड़ दिया अब देखना यह है कि क्या अपराधी को अपराध का दंड मिलता है या नहीं । प्रशासनिक विभाग को इस तरह गुमराह करने वाले दोषियों (अपराधियों) को अपराध का दंड भुगतना पड़ता है या नहीं। वही क्षेत्र की जनता का कहना है कि अपराध का दंड अपराधियों को अवश्

किशोरियों के अभिभावक हो जाएं सचेत : दैनिक दर्पण, वाराणसी

Special Report, Varanasi: आज कल मासूम लड़कियों को प्यार के झांसे में फंसाकर कर, भगा ले जाने का फैशन सामान्य होता जा रहा है, जिसमे बदनामी के डर से मां बाप को बाद में समझौता भी करना पड़ जाता है ।  लेकिन स्थिति की गंभीरता को सूक्ष्मता से निरीक्षण करने पर यह निष्कर्ष निकलता है कि ये सिर्फ चन्द महीनों की बात नहीं है, उससे आगे जीवन भर के लिए 'रस्सी पर लगे हुए गांठ' की तरह 'वो कुछ दिनों की बात' , साथ चिपक जाती है।  किशोरावस्था में मन की चंचलता के साथ ऐसे विचार सामान्य है लेकिन साथ ही अभिभावकों के लिए चिंता का विषय, की आखिर करे क्या ??  ऐसी ही एक घटना मिर्ज़ामुराद थाना, वाराणसी;  में 26 Oct 2022 को पंजीकृत किया गया जिसमें शिवरामपुर की नवासी एक किशोरी के पिता ने अपने बेटी की किसी युवक के साथ लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई, पुलिस द्वारा प्राप्त सूचना के आधार पर नवयुवक अपने ननिहाल में रहता है और किशोरी अभी नाबालिक है। ऐसी स्थिती में दोष किसका है, किशोर का, किशोरी का या अभिभावक का, यह एक विचार करने योग्य प्रश्न है ?  और इसका समाधान क्या है !  Lock down के बाद से ऑन

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