छात्र के संग किया अभद्रपूर्ण व्यवहार,मोदी के संसदीय क्षेत्र में रक्षक बना भक्षक
कछवारोड़।मिर्जामुराद थाने (वाराणसी) के सिपाही आशुतोष सिंह व उसके साथियों ने मिलकर मिर्जामुराद थाने की किरकिरी करा रखी है,छात्र का आरोप है सिपाही आशुतोष सिंह ने अपने एक मित्र जो की कथित पत्रकार सुमित त्रिपाठी पुत्र पवन त्रिपाठी,निवासी गौर, मिर्जामुराद (वाराणसी) के कहने पर अनायास ही छात्र जो की एलएलबी का छात्र है उसे उठा लिया और थाने के महिला हेल्प डेस्क के कमरे के पीछे लेजाकर उसे मारा पिटा,गलियां दी और उससे 2000 ₹ लूट लिए।और धमकाते हुए कहा की अगर तुमने ये बात किसी को बताई तो तुमको मुकदमा में फंसा,एनकाउंटर करदेंगे।छात्र के बताने के बावजूद की वो एलएलबी का छात्र है उसके बाद भी उसके साथ ऐसा किया गया।छात्र ने अपने भाई से सारी आप बीती सुनाई तो छात्र का भाई जो की पेशे से अधिवक्ता है वह अपने अधिवक्ता साथियों के साथ थाने पहुंच सिपाही आशुतोष सिंह के साथ अन्य सिपाही के नाम लिखित तहरीर दी जिसको थाना प्रभारी राजीव कुमार ने संज्ञान में लेते हुए मामले की जांच का आश्वासन दिया लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही सिपाहियों के विरुद्ध अमल में नहीं लाई गई।क्षेत्र के लोगो की निगाहे इस मामले को लेकर टिकी है।संभ्रांत लोगो का कहना है की पुलिस अपने महकमे को बचाएगी तो किसी का कहना है की अगर कोई न्याय प्रिय अधिकारी होगा तो दोषी को सजा जरूर मिलेगी ताकि ये आए दिन कुछ सिपाहियो द्वारा जनता का शोषण जो लगातार मिर्जामुराद के सिपाही कर रहे है, वो रुक सके। अधिवक्ताओं में मौजूद रहे छात्र के भाई अधिवक्ता विष्णु प्रसाद व उनके साथ अधिवक्ता कृष्ण बहादुर दुबे , अधिवक्ता सुशील सिंह, अधिवक्ता अमित कुमार पाण्डेय उर्फ़ मोनू , अधिवक्ता सतीश पाण्डेय, सेन्ट्रल बार एसोसिएशन, वाराणसी के भावी अध्यक्ष प्रभु नारायण पाण्डेय के साथ भारी मात्रा मे अधिवक्ता गण उपस्थित रहे। सेंट्रल बार एसोसिएशन अधिवक्ताओं ने कहा की प्रभारी निरीक्षक मिर्ज़ामुराद द्वारा दोनों आरोपी सिपाहियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई नहीं की गई तो अधिवक्ता गण न्याय लेना जानते है, वही ऐसे में अधिवक्ता संगठन का आक्रोशित होना स्वभाविक है। इस दौरान कई पत्रकार भी मौके पर मौजूद रहे।
अच्छा और वो लड़का बैंक के पास जाकर किसी लड़की को परेशान कर रहा है वो सही है कल के उस लड़की के साथ कुछ गलत हो जाएगा तो कौन जिम्मेदार होगा मीडिया होगी खबर बना के किसी लड़के को तो बदनाम कर दिया गया पुलिस प्रसासन को दोषी करार किया गया लेकिन एक बार उसके लड़के से कोई पूछे जंसा का रहने वाला मिर्जामुराद आकार किस लिए बैठा था पुलिस प्रासन ने बिल्कुल सही किया वरना ऐसे ही लड़के रेप करते और ना मीडिया लड़की को इन्साफ दिलाती ना कोई दिला पाता मीडिया का तो काम है बस नमक मिर्च लगाकर किसी को भी बदनाम करदो और खबर लगा दो मैं तो कहती हूँ देवेन्द्र जैसे लड़के बदनाम कर रखे है पूरे सेहर को और सबसे शर्मनाक बात तो ये है कि ऐसे क्रिमिनल का साथ एक जर्नलिस्ट दे रहा है और पुलिस प्रसासन जो कि जनता का सेवा करते है और बेकसूर लोगों पर आरोप लगाया जा रहा है माना पड़ेगा अपराधियों का साथ एक जर्नलिस्ट दे रहा है बहोत ही अफसोस की बात है
ReplyDeleteएक ही खबर को कितनी बार चेंज करके रोज लगाया जा रहा है पहले डिसाइड कर लीजिए कि किस तरह पुलिस प्रसासन और बेकसूर लोगों को फंसाना है रोज खबर चेंज हो जा रही है कभी कहा जा रहा है बैंक के पास मारा कभी कहा जा रहा है गाड़ी से लेजाकर मारा तो कभी कहा जा रहा है 2000 रुपये लेलिया गया कितनी बार चेंज कर रहे है खबर को कहीं ऐसा ना हो अपने खबर में ही फस जाए आप लोग और सारा सबूत इस खबर में ही मिल जाए
ReplyDelete