सुंदरपुर, वाराणसी। सुन्दरपुर स्थित आर०एस० बनारस लॉ कालेज में सोमवार को "भारतीय संविधान की प्रस्तावना के नये आयाम" विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में बतौर वक्ता श्री राहुल मिश्रा (स्टैंडिंग काउंसिल ) प्रो० रजनीश पटेल (लॉ स्कूल, बी०एच०यू०) प्रो० वी०के० पाठक ( लॉ स्कूल, बी०एच०यू०) को आमंत्रित किया गया था।
सेमिनार की अध्यक्षता कॉलेज की प्राचार्या श्रीमती विपाशा गोस्वामी द्वारा करते हुए विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि "हमारे संविधान की उद्देशिका संविधान का दर्पण है।" तत्पश्चात स्टैडिंग काउंसिल राहुल मिश्रा द्वारा प्रस्तावना के मूलभूत उद्देश्यों से विद्यार्थियों को अवगत कराते हुए इसके महत्व को समझाया। तत्पश्चात् द्वितीय वक्ता प्रो० रजनीश पटेल (लॉ स्कूल बी०एच०यू०) द्वारा विषय पर प्रकाश डालते हुए संविधान की प्रस्तावना में उल्लिखित शब्दों को वर्तमान परिप्रेक्ष्य से जोड़ते हुए न्यायिक निर्वचन के माध्यम से वर्णन किया। तत्पश्चात तृतीय वक्ता प्रो० वी०के० पाठक (लॉ स्कूल बी०एच०यू०) द्वारा संविधान की प्रस्तावना में उल्लिखित 'न्याय' शब्द की वर्तमान परिप्रेक्ष्य में व्याख्या की और उसे राम राज्य की संकल्पना से जोड़कर विद्यार्थियों को बताया। सेमिनार के अंत में धन्यवाद प्रो० आशीष तिवारी द्वारा दिया गया ।
सेमिनार की अध्यक्षता कॉलेज की प्राचार्या श्रीमती विपाशा गोस्वामी द्वारा करते हुए विषय पर प्रकाश डालते हुए बताया कि "हमारे संविधान की उद्देशिका संविधान का दर्पण है।" तत्पश्चात स्टैडिंग काउंसिल राहुल मिश्रा द्वारा प्रस्तावना के मूलभूत उद्देश्यों से विद्यार्थियों को अवगत कराते हुए इसके महत्व को समझाया। तत्पश्चात् द्वितीय वक्ता प्रो० रजनीश पटेल (लॉ स्कूल बी०एच०यू०) द्वारा विषय पर प्रकाश डालते हुए संविधान की प्रस्तावना में उल्लिखित शब्दों को वर्तमान परिप्रेक्ष्य से जोड़ते हुए न्यायिक निर्वचन के माध्यम से वर्णन किया। तत्पश्चात तृतीय वक्ता प्रो० वी०के० पाठक (लॉ स्कूल बी०एच०यू०) द्वारा संविधान की प्रस्तावना में उल्लिखित 'न्याय' शब्द की वर्तमान परिप्रेक्ष्य में व्याख्या की और उसे राम राज्य की संकल्पना से जोड़कर विद्यार्थियों को बताया। सेमिनार के अंत में धन्यवाद प्रो० आशीष तिवारी द्वारा दिया गया ।
Comments
Post a Comment