मिर्जामुराद। क्षेत्र के भौरवतालाब (भैरवनाथ)स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया पी जी कॉलेज में बुधवार को डॉ राम मनोहर लोहिया के परिनिर्वाण दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित बतौर मुख्य अतिथि सामाजिक चिंतक व लोकबंधु राजनारायण जी के ज्येष्ठ पुत्र राधेमोहन सिंह ने डॉ लोहिया के जीवन व कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उन्हें समाजवादी और समतामूलक समाज का पक्षधर बताया और देश मे मजबूत लोकतंत्र का सपना साकार कर समाजवाद का अलख जगाया । महाविद्यालय के प्रबंधक सुशील कुमार सिंह उर्फ़ तोयज कुमार ने कहा की लोहिया जी ग़रीबों दलितों सोसित बांचिते के मसीहा थे उन्होंने महिलाओं के आर्थिक स्वालम्बन पर विदेश बल दिया संगोष्ठी की अध्यक्षता प्राचार्य डॉक्टर आशुतोष कुमार ने की इस अवसर पर पूर्व प्राचार्य अरुण कुमार राय निदेशक डॉ अविनाश राय डॉ सुनील कुमार दूबे डॉ अभिषेक मिश्रा डॉ सुप्रिया राय डॉ शशिकला पाठक डॉ अखिलेश कुमार मिश्रा सहित सभी कर्मचारी ऐव अध्यापक उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन डॉ कृपाशंकर पाठक ने किया।
आज भारत में बदलते समय के साथ हमारा आहार भी बदल रहा है। बाज़ार में कई प्रकार के व्यंजन एवं पेय पदार्थ हमें अपनी ओर आकर्षित करते हैं। चाहे बच्चे हो, युवा हो या वयस्क सब लोग भिन्न भिन्न प्रकार के व्यंजन का लुत्फ़ उठा रहे है पर सिर्फ़, जीभ के चलते हम अपने शरीर को अंदर से कितना खोखला कर रहे है। यह एक चिंतनीय विषय है। अगर वर्तमान समय में देखा जाये तो हमारे आस पास में अब पहले के तुलना में कई अधिक फ़ास्ट फ़ूड विक्रेता, फ़ूड स्टाल और रेस्तराँ खुल चुके है जहां हमें इटालियन से चाइनीज़ और मेक्सिकन से लेकर यूरोपियन ख़ान पान बहुत आराम से उपलब्ध हो जाता है और इन जगहों पर भीड़ हमे यह दर्शाता है की वाक़ई में अब हमारी ख़रीदने की क्षमता बहुत बढ़ चुकी हैं। बड़ी बड़ी पाश्चात्य कंपनियों का छोटे क़स्बो तक आउटलेट खुलना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। व्यापार के क्षेत्र में यह एक प्रशंसनीय पहल है पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह चिंतनीय है। आज आमजनों को कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स, फैट की जानकारी, या बिलकुल नहीं है या बहुत कम है, पर हमारे शरीर को इसकी जानकारी भरपूर है और अपने पाचनतंत्र के लिए वो इनकी भूमिका भी...
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