मिर्जामुराद । क्षेत्र के एक गाँव मे सोमवार को विवाहित दो बच्चों का बाप जो पद में जीजा लगता है। प्रेम परवान चढ़ा तो सम्पर्क में रहने वाली विवाहिता साली को एक पखवाड़े पहले भगा ले गया। इधर परेशान परिजनों ने दबाव बनाया तो दोनों प्रेमी, प्रेमिका वापस लौट आये। इसके मद्देनजर आयोजित पंचायत में प्रेमिका अपने प्रेमी जीजा के साथ रहने पर अड़ी रही। वही अपने दो बच्चों सहित मौजूद पत्नी के सामने ही प्रेमी अपने प्रेमिका साली व पंचो के बीच माफी मांगने लगा और कहने लगा मुझसे गलती हो गई। इस एकतरफा प्यार से झल्लाई प्रेमिका सबके सामने ही अपने प्रेमी जीजा का चप्पलों से जमकर धुनाई के साथ ही रोने चिल्लाने लगी और आरोप लगाई की मुझे बहला फुसलाकर तीन अदद रकम भी ऐठ लिया है। इस दरम्यान पंचायत में शादी शुदा होने के नाते प्रेमी को अपने पत्नी व बच्चों के साथ रहने तथा प्रेमिका से ऐंठे गए रकम व प्रेमिका के अन्यत्र होने वाले शादी का खर्च वहन करने के निर्यण पर घण्टो माथापच्ची चलता रहा। सूचना पर पहुंची डायल 112 नंबर की पुलिस ने बीच बचाव किया। जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा।
आज भारत में बदलते समय के साथ हमारा आहार भी बदल रहा है। बाज़ार में कई प्रकार के व्यंजन एवं पेय पदार्थ हमें अपनी ओर आकर्षित करते हैं। चाहे बच्चे हो, युवा हो या वयस्क सब लोग भिन्न भिन्न प्रकार के व्यंजन का लुत्फ़ उठा रहे है पर सिर्फ़, जीभ के चलते हम अपने शरीर को अंदर से कितना खोखला कर रहे है। यह एक चिंतनीय विषय है। अगर वर्तमान समय में देखा जाये तो हमारे आस पास में अब पहले के तुलना में कई अधिक फ़ास्ट फ़ूड विक्रेता, फ़ूड स्टाल और रेस्तराँ खुल चुके है जहां हमें इटालियन से चाइनीज़ और मेक्सिकन से लेकर यूरोपियन ख़ान पान बहुत आराम से उपलब्ध हो जाता है और इन जगहों पर भीड़ हमे यह दर्शाता है की वाक़ई में अब हमारी ख़रीदने की क्षमता बहुत बढ़ चुकी हैं। बड़ी बड़ी पाश्चात्य कंपनियों का छोटे क़स्बो तक आउटलेट खुलना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। व्यापार के क्षेत्र में यह एक प्रशंसनीय पहल है पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह चिंतनीय है। आज आमजनों को कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स, फैट की जानकारी, या बिलकुल नहीं है या बहुत कम है, पर हमारे शरीर को इसकी जानकारी भरपूर है और अपने पाचनतंत्र के लिए वो इनकी भूमिका भी...
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