Skip to main content

माहवारी स्वच्छता पर रैली निकालकर किया जागरूक

हरपुर में महिलाओं ने रैली निकालकर मनाया मासिक महोत्सव
 मिर्जामुराद : लोक समिति व आशा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में चलाये जा रहे मासिक स्वच्छता अभियान के तहत हरपुर गाँव में मासिक उत्सव का आयोजन किया गया। सैकड़ों लड़कियों और महिलाओं ने माहवारी पर जागरूकता रैली निकाली। रिंग रोड से निकली रैली गांव की अलग अलग बस्तियों में गयी। रैली में शामिल महिलाएं व लड़कियां 'माहवारी पर चुप्पी तोड़ो, स्वस्थ जीवन से नाता जोड़ो।' 'मां बनने पर गर्व है फिर माहवारी पर क्यों शर्म है।' 'पीरियड का खून नहीं तुम्हारी सोच गंदी है।' जैसे नारे लगा रही थीं। सभी के हाथों में पोस्टर भी थे जिन पर माहवारी स्वच्छता पर स्लोगन लिखे थे। इस दौरान माहवारी को लेकर भ्रांतियों और संकोच को छोड़ने पर चर्चा हुई। वक्ताओं ने कहा कि माहवारी एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। इसको लेकर महिला या किशोरियों को अपवित्र मानने और धार्मिक अनुष्ठानों से दूर रखने की समाज की अवधारणा को बदलने की आवश्यकता है। इस दौरान लड़कियों और महिलाओं को मुफ्त सेनेटरी पैड वितरित किया गया।
लोक समिति संयोजक नन्दलाल मास्टर ने बताया कि बीते एक महीने से आराजी लाइन और सेवापुरी ब्लाक के 70 गाँव में माहवारी स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। हर रोज अलग अलग गांव में माहवारी पर किशोरियों और महिलाओं के बीच चौपाल, प्रशिक्षण, सांस्कृतिक कार्यक्रम और कार्यशाला आयोजित कर जागरूक किया जा रहा है। अभियान 28 मई माहवारी दिवस तक चलेगा।
रैली की अगुवाई लोक समिति से सोनी ने किया। रैली में मुख्यरूप अनिता,सरोज,रानी, शीला,गुलाबी, नीतू,तारा,चंदा,शर्मिला,संजू,बदामा,मुन्नी,आशा,प्रेमा, चन्द्रकला, आदि लोग मौजूद रहीं।




टीम : वाराणसी

Comments

Followers

Popular posts from this blog

आवेश में चली गोली,बेरंग हुई होली

वाराणसी!मिर्जामुराद थाना क्षेत्र कछवा रोड स्थित,ठटरा गांव में आज सोमवार(होली) की सुबह एक शख्स ने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली। घटना के बाद मौके पर कोहराम मच गया जिसके बाद गंभीर स्थिति में उसे आनन फानन में अस्पताल पहुंचाया गया।  ठटरा गांव निवासी शिव प्रकाश सिंह उर्फ (छुन्ना सिंह)(40) ने अपने लाइसेंसी पिस्टल को कनपटी पर सटाकर खुद को गोली मार ली। बताया जा रहा है कि सुबह होली का त्योहार मनाने के लिए घर से दोस्तों के साथ गांव में निकले। होली खेलने एवं लोगों से मुलाकात करने के दौरान ही बच्चों का फोन आया तो घर पहुंचे। इस दौरान वे दोनों बेटों से नोकझोंक के दौरान आवेश में आकर खुद को गोली मारी।शिव प्रकाश सिंह के पिता का कहना था की बेटा नशा में था जिस वजह से घटना हो गई तो वही क्षेत्र के लोगो का कहना था की शिव प्रकाश व उनके बेटों शुभम और सत्यम से गाय को लेकर कुछ पारिवारिक कहा सुनी हुई जिस वजह से शिव प्रकाश(छुन्ना) आग बबूला हो गए और आहत होकर उन्होंने अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकाली और कनपटी पर सटाकर गोली मार ली। जिससे अति गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद बच्चों एवं घायल के पिता माता दयाल

पुलिस बूथ में लगा ताला, ड्यूटी का निकाल रहे दिवाला

कछवां रोड । वाराणसी के मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के कछवां रोड पुलिस बूथ में नहीं दिखते पुलिस कर्मी,दिखता सिर्फ ताला है?तीन जनपदों को जोड़ने वाला प्रमुख व व्यस्ततम यातायात वाला चौराहा कछवां रोड पुलिस बूथ पर दिखा लटकता चमचमाता ताला? आए दिन लगे जमा व चौराहे के अतिक्रमण से आने जाने वाले राहगीरों(नौकरी पेशा, व्यापारी, छात्र, स्वास्थ्य विभाग व अन्य) को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यहां काफी संख्या में लोगो आते जाते रहते हैं इस मार्केट आवागमन व खरीदारी के लिए लोग दुरदराज से आते हैं। पुलिस बूथ होने के बाद भी पुलिस कर्मियों के गायब रहने के नाते लोगों में असुरक्षा की भावना रहती है। इस चौराहे से 200 मीटर निकट ही सब्जी मंडी है,दारू ठेका 500 मीटर पर ही है, कुछ दिन पहले यही बूथ सटे, बगल से ही बाइक चोरी हुई थी, व अक्सर शराबी नशे में लोगों से उलझ जाते हैं। आए दिन इस पुलिस चौकी के आसपास के गांव में चोरी की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं, लेकिन पुलिस की लापरवाही के नाते पुलिस के प्रति विश्वास बहाल नहीं हो पा रहा है। क्षेत्र के लोगो ने पुलिस की दुरुस्त ड्यूटी, नियमित करने की मांग कर है। एस डी एम व अन्य अध

एक झटके में ग्रामीणों की दशकों पुरानी परंपरा हुई खत्म

मिर्ज़ामुराद में दशकों पुरानी परंपरा टूटीं, पारंपरिक स्थान पर नहीं विराज सके श्रीराम, लखन, हनुमान  पुलिस के फैसले से ग्रामीणों में नाराजगी-  मिर्ज़ामुराद। इस वर्ष विजयदशमी और दुर्गा पूजा के पावन अवसर पर मिर्ज़ामुराद के प्राचीन शिव मंदिर बंगलापर दशकों पुरानी परंपराओं पर अचानक विराम लग गया। राम, लक्ष्मण और हनुमान जी का पारंपरिक स्वरूप, जो हर वर्ष विजयदशमी के दिन बंगालचट्टी शिव मंदिर के नजदीक बने परम्परिक चबूतरे पर विराजमान होता था, इस बार अपने स्थान पर नहीं बैठाया जा सका। पुलिस के एक फैसले ने इस धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन को रोक दिया, जिससे स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश फैल गया है।  दुर्गा पूजा पंडाल विवाद से शुरू हुआ मामला-  प्राचीन शिव मंदिर के पास हर वर्ष दुर्गा पूजा का आयोजन होता था, जिसे लेकर क्षेत्र के लोग उत्साहित रहते थे। इस बार पूजा पंडाल लगाने के लिए दो पक्षो ने पुलिस से अनुमति मांगी, और यहीं से विवाद की शुरुआत हुई। पुलिस को यह बात आपत्तिजनक लगी कि एक ही पूजा पंडाल के लिए दो लोगों ने अनुमति मांगी। बिना किसी ठोस समाधान या ठोस बातचीत के, पुलिस ने इस स्थान को विवादित घोषित कर दिय