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प्रधान सम्मेलन : ग्राम प्रधानों ने दिलाया भरोसा, महिलाओं व बच्चों का रखेंगे विशेष ख्याल, गांव को बनायेंगे बेमिसाल

वाराणसी। मिशन शक्ति 4.0 के तहत विकास भवन के सभागार में शनिवार को प्रधान सम्मेलन आयोजित किया गया। इस दौरान सभागार में जुटे प्रधानों ने इस बात का भरोसा दिलाया और कहा कि इस दिशा में वह एकजुट होकर प्रयास करेंगे कि महिलाओं व बच्चों का विशेष ख्याल रखकर हम अपने गांव को बेमिसाल बनायेंगे। साथ ही हितकारी योजनाओं को उन तक पहुंचाकर प्रयास करेंगे कि गांव की महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा, सम्मान तो मिले ही वह स्वावलम्बी भी बन सकें। 



इस दौरान प्रधान सम्मेलन में जुटे प्रधानों को विभिन्न विभागों की ओर से संचालित महिलाओं और बच्चों सम्बन्धी हितकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गयी। उन्हें बताया गया कि महिलाओं, बच्चों की सुरक्षा, सम्मान के साथ-साथ उन्हें स्वावलम्बी बनाने में वह किस तरह से महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रवीण त्रिपाठी ने कहा कि महिलायें, बच्चे सुरक्षित परिवेश में रहें। सिर्फ आर्थिक ही नहीं सामाजिक व राजनैतिक रूप से वह स्वावलम्बी बनें यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यही कारण है कि सरकार मिशन शक्ति अभियान का चौथा चरण शुरू किया है। 

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उन्होंने आगे कहा कि अभियान की सफलता के लिए सौ दिनों की पूरी कार्ययोजना बनायी गयी है। इसके तहत ही प्रधान सम्मेलन का भी आयोजन किया गया है ताकि हम आप के जरिये हितकारी योजनाओं को जरूरतमंदों तक तो पहुंचा ही सके ग्राम स्तर की समस्याओं से भी रूबरू हो सकें। उन्होंने कहा कि बाल संरक्षण, भ्रूण ह्त्या, बाल विवाह जैसी कुरीतियों से मुक्ति के लिए सभी को मिलजुल कर प्रयास करना होगा।

  
 महिला कल्याण अधिकारी अंकिता श्रीवास्तव ने सरकार की ओर से संचालित महिलाओं, बच्चों से सम्बन्धित हितकारी योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने निराश्रित महिला विधवा पेंशन योजना, कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के साथ ही मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) व अन्य योजनाओं के बारे में बताया कि इसका पात्र कौन हो सकता है। इसके लिए आवेदन किस तरह करने चाहिए। 

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उन्होंने कहा कि समाज में अंधविश्वास और रूढ़ीवादिता के चलते आज भी बाल विवाह जैसी कुप्रथा प्रचलित है। इसे रोकने के लिए ग्रामप्रधान महत्पूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। एसीएमओ डॅा राजेश प्रसाद ने स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, परिवार नियोजन के साथ-साथ अन्य योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि सरकार का पूरा प्रयास है कि चिकित्सा सेवाओं का लाभ आमजन तक पहुंचे। 

उन्होंने कहा कि जानकारी के अभाव में अभी भी काफी लोग इन योजनाओं के लाभ से वंचित रह जाते है। आयुष्मान भारत योजना के जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक नवेन्द्र सिंह ने आयुष्मान भारत योजना के बारे में जानकारी दी और बताया कि इस योजना के तहत बनने वाले गोल्डेन कार्ड के जरिये किस तरह पांच लाख रूपये तक के मुफ्त उपचार की सुविधा सरकार उपलब्ध कराती है। 

पंचायती राज विभाग के रजनीश कुमार ने स्वच्छता से सम्बन्धित योजनाओं की जानकारी देते हुए समझाया कि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना जरूरी है। यूनिसेफ की मण्डलीय सलाहकार (बाल संरक्षण) रिजवाना ने बाल संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यदि आप के गांव में कहीं भी कोई बच्चों के अधिकारों का हनन करता हुआ मिले अथवा बाल विवाह की जानकारी हो तो तत्काल अवगत कराएं। जिससे ऐसी बुरार्इयों पर अंकुश लगाया जा सके। 

सम्मेलन में महिला शक्ति केन्द्र की जिला समन्वयक रेखा श्रीवास्तव, प्रियंका राय, जिला पंचायती राज विभाग की रेहाना परवीन समेत अन्य लोगों ने विचार व्यक्त किया।

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