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कचरे में तब्दील हुए राजातालाब के ऐतिहासिक संगम तालाब की बदल रही सूरत

काशी के धार्मिक महत्ता के पंचक्रोशी पथ राजातालाब क्षेत्र में कचनार गाँव में स्थित ऐतिहासिक संगम तालाब में गंदगी-कचरा और जलकुंभी पहचान बन गई थी।
राजातालाब,वाराणसी:
चारों तरफ ऊंची-ऊंची घास, आसपास फैला कचरा, तालाब में आसपास के लोगों द्वारा बेख़ौफ़ खुलेआम अवजल, कचरा गिराने से तालाब दूषित और बदबूदार हो गई थी। तालाब का पानी जलकुंभी से पट गया था। सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता की पहल पर स्थानीय लोगों ने श्रमदान कर सफाई अभियान की शुरुआत किया उसके बाद ग्राम पंचायत द्वारा विगत ग्यारह दिनों से दिन रात एक कर तालाब की सफाई की और अब इसकी सूरत बदल रहे है।ग्यारह दिन पहले तक गंदगी का ढेर बनी रही तालाब की अब रंगत बदल रहीं हैं। लोगों द्वारा जलकुंभी, घास, झाडिय़ां निकलवाई गई। साथ ही तालाब के घाटों का चौड़ीकरण करा कर मुरम से बिछवा कर सौंदर्यीकरण कराया जाएगा। तालाब की स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए सजावट सामग्री से तालाब के घाटों को आकर्षक रूप से सजाने के साथ लाइटिंग पोल, घाटों पर लोगो को बैठने के लिये कुर्सी स्टूल की व्यवस्था करने के साथ उन्हें सुंदर रंगो से सजाया जाएगा जिससे सुबह- शाम तालाब मनोरम दृश्य नजर आएगा। 
तालाब में लोग फिर से गंदगी न फेंके इस लिए ग्राम पंचायत ने तालाब संरक्षण अभियान के तहत सीसीटीवी लगवाने के साथ कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी। साथ ही ज़रूरत पड़ने पर कचरा फेंकने वालों पर जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही स्थानीय लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है ताकि तालाब का बदला हुआ स्वरुप बना रहे और लोग मनोरम दृश्य का सुबह-शाम आनंद ले सकें जिससे तालाब की तस्वीर बदल रहीं है। तालाब को साफ बनाए रखने के लिए जागरुकता पर लगातार काम किया जा रहा है।




~पत्रकार विनोद कुमार मिश्रा

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