कछवारोड़,मिर्जामुराद। कछवा रोड चौकी,अंतर्गत लड्डू गोपाल ढाबा व पड़ोसी दुकानदार के बीच ग्राहक व ग्राहकों की गाड़ी नेशनल हाईवे पे खड़ी करने को लेकर बात बात में विवाद हो गया। ढाबे मालिक के अनुसार राजाराम मोदनवाल प्रायः अपने ग्राहक के वाहन को जबरदस्ती ढाबे के सामने खड़ा करवा दे जिससे ढाबा बहुत प्रभावित होता है और काफी नुकसान होता ढाबे पर कार्यरत मुन्ना केसरी पुत्र स्वर्गीय शंकर लाल निवासी आनंदपुरी कॉलोनी,थाना धूमनगंज, जनपद प्रयागराज ( इलाहाबाद) बृहस्पतिवार कि शाम लगभग 8:00 बजे ढाबे के सामने खड़े वाहन को आगे बढ़ाने के लिए बोल रहा था तभी पड़ोसी दुकानदार राजाराम मोदनवाल व रामसिंह कर्मचारी से झगड़ने लगे झगड़ते झगड़ते कर्मचारी को डंडे से मार के सिर फोड़ लहूलुहान कर दिया। जिसमे प्रशासनिक कार्यवाही में राजाराम मोदनवाल व अन्य के खिलाफ दंडात्मक धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर कार्रवाई की गई।
आज भारत में बदलते समय के साथ हमारा आहार भी बदल रहा है। बाज़ार में कई प्रकार के व्यंजन एवं पेय पदार्थ हमें अपनी ओर आकर्षित करते हैं। चाहे बच्चे हो, युवा हो या वयस्क सब लोग भिन्न भिन्न प्रकार के व्यंजन का लुत्फ़ उठा रहे है पर सिर्फ़, जीभ के चलते हम अपने शरीर को अंदर से कितना खोखला कर रहे है। यह एक चिंतनीय विषय है। अगर वर्तमान समय में देखा जाये तो हमारे आस पास में अब पहले के तुलना में कई अधिक फ़ास्ट फ़ूड विक्रेता, फ़ूड स्टाल और रेस्तराँ खुल चुके है जहां हमें इटालियन से चाइनीज़ और मेक्सिकन से लेकर यूरोपियन ख़ान पान बहुत आराम से उपलब्ध हो जाता है और इन जगहों पर भीड़ हमे यह दर्शाता है की वाक़ई में अब हमारी ख़रीदने की क्षमता बहुत बढ़ चुकी हैं। बड़ी बड़ी पाश्चात्य कंपनियों का छोटे क़स्बो तक आउटलेट खुलना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। व्यापार के क्षेत्र में यह एक प्रशंसनीय पहल है पर स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह चिंतनीय है। आज आमजनों को कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स, फैट की जानकारी, या बिलकुल नहीं है या बहुत कम है, पर हमारे शरीर को इसकी जानकारी भरपूर है और अपने पाचनतंत्र के लिए वो इनकी भूमिका भी...
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